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हसदेव नदी को जीवनदायिनी कहा जाता है। वाराणसी की गंगा आरती की तर्ज पर कोरबा में हसदेव नदी की महाआरती की गई। कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर हिंदू क्रांति सेना ने पहली बार ये भव्य आयोजन किया। हसदेव नदी घाट पर कुछ इस अंदाज में सजावट की गई, जैसे वाराणसी, हरिद्वार और ऋषिकेश घाट का नजारा यहां जीवंत हो उठा। यहां का माहौल अलौकिक था। महाआरती के घंटों पहले से यहां लोग आने शुरू हो गए थे। आरती से पहले पुरोहितों ने शंखनाद किया।
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