छत्तीसगढ़ में मुंबई के लाल बाग के राजा के रूप में विराजेंगे गणपति बप्पा, Ganpati Bappa will be crowned as the king of Lal Bagh of Mumbai

Janjgir Champa Chhattisgarh: प्रथम पूजनीय गणेश जी की उपस्थिति से भक्तों की समस्त इच्छाएं पूर्ण हो जाती हैं और जीवन से सभी संकट दूर हो जाते हैं
भगवान गणेश को बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य का देवता माना जाता है।

गणेश चतुर्थी इस विश्वास के साथ मनाई जाती है कि इस दिन शिव और पार्वती के पुत्र भगवान गणेश अपने भक्तों पर अपना आशीर्वाद देते हैं, गणपति' की मूर्तियों को स्थापित करने के बाद त्योहार शुरू हो जाता है। 

जांजगीर की श्री गणेश सेवा समिति वाला मोहल्ला द्वारा विगत 51 वर्ष से हर्षोल्लास से शानदार रूप से आयोजन किया जा रहा है। विगत 2 वर्षों के दौरान कोरोना काल में भी समिति द्वारा भगवान श्री गणेश को शासन द्वारा जारी किये गए गाइड लाइन के अनुसार विराजमान कर अतिउत्तम आयोजन जारी रखा था । कोरोना कल के पश्च्यात इस 52वें वर्ष में समिति द्वारा विगत वर्षों से भी भव्य रूप से आयोजन की तैयारी की जा रही है । समिति द्वारा पारंपरिक रीति-रिवाजों से पूजा पाठ कर गणपति बप्पा की स्थापना की जाती है 

हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी जांजगीर जिला के सबसे लोकप्रिय गणेश जी को 16 फीट के विशाल रूप में विराजमान किया जा रहा है जिसे देखना प्राथनिय है । समिति द्वारा दिनांक 31/08/2021 को पारंपरिक तौर तरीको से स्थापना की जायेगी एवं साथ ही साथ समिति द्वारा निरधारित समय रोज रात्रि 7:40 को समस्त श्रद्धालुओ के साथ आरती की जाती है जिसके पश्यात् श्री गणेश जी का भजन कीर्तन कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाता है जिसमे अनेक जगहों से कलाकार आकर गणपति बप्पा का कीर्तन करते हैं । श्री गणपति जी का पंडाल को कलकत्ता के विशेष कारिगरो द्वारा भव्य रूप से सजाया जा रहा है जो की स्वयं में ही एक विशेष आकर्षण है। साथ ही साथ पूरे मोहल्ले द्वारा अपने घरों को भी भव्य रूप से सजा कर पूरे 10 दिनों तक गणपति बप्पा का स्वागत किया जाता है । 


साथ ही इस वर्ष गणपति बप्पा का आगमन के दौरान दिव्य रूप से फूलों की वर्ष की गयी साथ ही साथ गाजे- बाजे के साथ भव्य रूप से किया गया है। 

निवेदक - श्री गणेश सेवा समिति, वाला मोहल्ला, जांजगीर

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