Tifra Flyover Bridge Bilaspur Chhattisgarh, तिफरा फ्लाई ओवर ब्रिज, 107 करोड़ की लागत से बनी है 1620 मीटर लंबी फ्लाई ओवर ब्रिज..!


बिलासपुर छत्तीसगढ़ : छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा 25 फ़रवरी को शुक्रवार के दिन बिलासपुर के तिफरा फ्लाई ओवर ब्रिज का लोकार्पण कर दिया गया है। करीब 107 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है 1620 मीटर लंबे फ्लाई ओवर ब्रिज का संपूर्ण निर्माण। लोकार्पण के बाद तिफरा फ्लाई ओवर ब्रिज पर मुख्यमंत्री कुछ दूर तक खुद चलकर भी गए। नगरीय प्रशासन तथा विकास विभाग द्वारा तिफरा छोर से लेकर स्व.जमुना प्रसाद वर्मा काॅलेज तक किया गया गया है ब्रिज का निर्माण।


यह भी पढ़े : जानिए बिलासपुर के तिफरा स्थित काली मंदिर के बारे में।


तिफरा बिलासपुर फ्लाइओवर लोकार्पण : बिलासपुर जिले के तिफरा में काफी लंबे समय से बन रहे फ्लाईओवर का लोकार्पण करने पहुंचे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा शुक्रवार को लोकार्पण करने के बाद कुछ दूर तक तेज़ कदमों से पांव पांव चलकर तरक्की की इस खूबसूरती को दिल से महसूस किया गया….. तो मानो बिलासपुर वालों के लिए इसके पीछे यह एक संदेश भी था कि अब तक धीमी रफ्तार से आगे बढ़ रहे तरक्की के कामों को अब नई और तेज़ रफ्तार मिल गई है। बरसों से धीमी रफ्तार का दंश झेल रहे बिलासपुर शहर के लोग भी अब महानगर की तरफ अपने कदम को बढ़ा सकते हैं। विकास के कामों की रफ्तार में यह बदलाव बिलासपुर शहर की उस नौजवान प्रशासनिक टीम की वजह से मुमकिन हो पाया है… जिस टीम को सीएम भूपेश बघेल के द्वारा खुद तैनात कर रखा गया है। जिला कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर तथा नगर निगम आयुक्त अज़य कुमार त्रिपाठी की अगुवाई में इस टीम के द्वारा काफी अरसे से घिसट-घिसट कर चल रही विकास योजनाओं को आखरी मुकाम तक पहुंचा कर सीएम भूपेश बघेल को भी एहसास कराया गया है कि जिस भरोसे तथा उम्मीद के साथ उन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसे वे पूरा करने में कामयाब होते हुए भी दिख रहे हैं।


यह भी पढ़े : पाली शिव मंदिर में महाशिवरात्रि को श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, कोरबा जिले में आने वाली पाली स्थित शिव मंदिर के पास लगती है भव्य मेला, इस बार पूरी क्षमता के साथ लगने जा रही है पाली मेला।

तिफरा फ्लाइओवर की अधिक जानकारी : 

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बीते बरस 2021 में जनवरी महीने की शुरुआत में ही बिलासपुर आए हुए थे तथा लाल बहादुर शास्त्री स्कूल के उस मैदान में ही कई विकास कार्यों का लोकार्पण का शिलान्यास भी किया था। उन्होंने उस समय भी यह भरोसा दिलाया था कि बिलासपुर शहर की तरक्की के लिए किसी तरह की कमी नहीं छोड़ेंगे। लेकिन इस बड़े जलसे के बाद बिलासपुर शहर के लोगों के जेहन में यह सवाल भी तैर रहा था कि पिछली सरकारों के समय की गई घोषणाओं तथा शिलान्यास के बाद काम जिस तरह कछुआ की रफ्तार से चलता हुआ जा रहा है, क्या सत्ता में हुए बदलाव के बाद भी यह सिलसिला उसी तरह जारी रहेगा? या फिर निजाम बदलने के साथ तरक्की की रफ्तार भी कुछ बदलेगी? बिलासपुर शहर के लोग बड़ी उत्सुकता के साथ विकास कार्यों के पूरा होने का इंतजार कर रहे थे। पुराने वर्षों के तजुर्बे के हिसाब से उन्हें यह लग रहा था कि क्या वास्तविक में कोई बदलाव नजर आएगा? यह शहर जिस तरह अधूरी योजनाओं तथा अधूरे कामों को देख देख कर इसे ही अपनी नियति मानता रहा है। उस शहर के लोगों के मन में कहीं ना कहीं इस बात को लेकर भी फिक्र रही होगी कि कहीं इस दौर में भी विकास के काम कछुए की पुरानी रफ्तार (speed) पर चलते हुए आगे बढ़ते रहे तो यह शहर कब महानगर की ओर आगे बढ़ पाएगा।


यह जा पढ़े : बिलासपुर के आस पास घूमने लायक अच्छी जगह।


सियासी नजरिए से यदि देखें तो बिलासपुर शहर में तरक्की की रफ्तार को आगे बढ़ाने में राज्य के सीएम भूपेश बघेल की राजनीतिक टीम के अग्रणी अटल श्रीवास्तव की भी अहम भूमिका रही है। जिन्हें कुछ महीने पहले ही छत्तीसगढ़ राज्य की पर्यटन मंडल के अध्यक्ष के रूप में मंत्री का दर्जा दिया गया है। वे पहले भी बिलासपुर की तरक्की को लेकर सक्रिय रहे हैं। नई जिम्मेदारी मिलने के बाद उन्होंने भी उत्प्रेरक का काम किया तथा शहर के आम लोगों की कल्पना के अनुरूप शहर की तरक्की को एक नई दिशा देने में अपनी हिस्सेदारी भी निभाई है। शहर की मौजूदा एक्टिव प्रशासनिक टीम तथा इस सियासी समीकरण के जोड़ से आने वाले समय में और भी कई विकास कार्यों की उम्मीद शहर के लोगों को है। खासकर अरपा नदी में चल रहे कामों को भी समय पर पूरा करना इस टीम के लिए एक बड़ी चुनौती है। जिससे अरपा नदी बारहों महीने लब़ालब़ भारी रहे। जिस तरह इससे ज़ुड़े कामों को लेकर भी निगरानी रखी जा रही है तथा समय सीमा पर काम पूरा करने के लिए हर मुमकिन कोशिश किया जा रहा है, उससे आने वाले समय में यह शहर कछुए की रफ्तार से मुक्त होकर एक बार फिर से काफी बेहतर कल की ओर सधे हुए कदम से आगे बढ़ाएगा। ऐसी उम्मीद किए जा सकते है।

Ram Jhula Bilaspur Chhattisgarh

यह भी पढ़े : चापी डैम रतनपुर बिलासपुर छत्तीसगढ़।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ