छत्तीसगढ़ से मोबाइल चोरी कर बंगाल में बेचते थे अपराधी : बिना प्लेट नंबर की गाड़ी का से करते थे चोरी एवं लूट


रायपुर :
पुलिस द्वारा दो शातिर चोरों को शुक्रवार की शाम को गिरफ्तार किय गया है। अब अपराधियों को कोर्ट में भी पेश किया जा रहा है। संदिग्ध अपराधियों से पुलिस को पूछताछ में जो खुलासा हुआ है, उससे यह साबित हुआ है कि राजधानी रायपुर से मोबाइल चोरी करके एक गैंग, बंगाल के बाजार में आसानी बेच दिया करते है। पुलिस की सूत्रों की बात कहे तो बंगाल से ये मोबाइल नेपाल एवं बांग्लादेश में भी भेजे जाने की आसंका जताई गई हैं। जिसके ‌वजह से लंबे समय से शहर के कई लोगों को उनके चोरी हुए मोबाइल मिल नही पा रहे। इस मामले में गिरफ्तार किए गए दोनो अपराधियों से पुलिस को कुल 23 मोबाइल फोन मिले हैं। जो शहर के अलग अलग 23 जगहों से 23 लोगो से चुराए गए हैं। या कहना चाहिए की लूटे गए है।

पुलिस के द्वारा जिन्हें गिरफ्तार किया गया है उन युवकों में गुढ़ियारी क्षेत्र के राम नगर का रहने वाला शंकर सिंह ठाकुर उर्फ पन्ना एवं उसका साथी प्रिंस बागड़े है। ये दोनों अपने ही सफेद कलर के स्कूटर में साथ ही घूमा करते थे। ये दोनो सड़क के किनारे पैदल चलते या फिर बाइक पर सवार के करीब ये दोनो अपना स्कूटर ले कर जाते थे। किसी से टाइम पूजने तो किसी से पता पूछने के बहाने से बात करते हुए उसका मोबाइल ही छीनकर भाग लिया करते थे। पुलिस की नजरों एवं CCTV से बचने के लिए ये दोनो बदमाश अपना चेहरा भी पूरी तरह ढंकते थे, स्कूटर का नंबर प्लेट भी निकालकर रखा करते थे।


कैटरिंग का पूरा काम एवं बंगाल के बीच का कनेक्शन : पुलिस को रायपुर शहर में कैटरिंग का काम करने वाले लोगो के बारे में भी जानकारी प्राप्त हुई है। लेकिन उसके नाम का खुलासा अब तक नहीं किया गया है। पुलिस को उसकी भी तलाश है। गिरफ्तार किए गए दोनो युवकों द्वारा बताया गया है कि बंगाल का रहने वाला उस आदमी के द्वारा ही चाेरी लिए गए सारे माेबाइल फोन इनके पास से खरीदकर कोलकाता एवं बंगाल के दूसरे छोटे शहरों में बेच दिया जाता है।

बताया जा रहा है की पिछले कुछ हफ्तों से वह डीलर बंगाल में ही मौजुद है। जिससे चोरी के मोबाइल को उसे ही बेचने हेतु ही चोरों ने जमा कर रखे हुए थे। लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने इन्हें पकड़ गिरफ्तार कर लिया। मौदहापारा थाने की पुलिस द्वारा पिछले कुछ दिनों से उन तमाम जगहों के CCTV से प्राप्त हुए तस्वीरों की जांच की जा रही थी, जहां पर सारी वारदात हुई थी। दोनो अपराधियों को पहचानने वाले पुलिस मुखबीरों द्वारा सीसीटीवी से प्राप्त तस्वीर देखकर इनकी तस्दीक की एवं ये दोनों अपराधी पकड़े गए।



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