हसदेव बांगो डैम : Bango Dam : Chhattisgarh tourist place

सुखा डैम 

Bango Dam : छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से लगभग 50 किलोमीटर व छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगभग 200 किलोमीटर दूर हसदेव नदी पर स्थित है, हसदेव बांगो डैम जो अभियांत्रिकी का एक बहुत ही बेहतरीन नमुना है, इसका निर्माण 1961-62 में हसदेव नदी में किया गया था। यह छत्‍तीसगढ़ का सबसे लम्‍बा व चौड़ा डैम है, जिसका जलभराव क्षेत्रफल लगभग 6730 वर्ग कि.मी. है, यह छत्‍तीसगढ़ का पहला बहुउद्येशीय परियोजना भी है, इसे हसदेव-बांगो परियोजना या मिनीमाता बांध के नाम से भी जाना जाता है।

छत्तीसगढ़ में पर्यटन के लिए यह बांध प्रसिद्ध है। हसदेव बांगो बांध, आकर्षक पहाड़ियों के बीच स्थित, एक आदर्श पिकनिक स्थान है। यहां अपने दोस्‍तो और फैमिली के साथ नौका विहार, कुज और यहां के नेचर व्‍यु का आनंद लेने के लिए लोग दूर-दूर से आते है। जब मानसून का मौसम होता है, तब यहां काफी संख्‍या में लोगो की भीड़ उमड़ती है, क्‍योंकि उस समय यह बांध अपनी खुबसुरती के चरम में होता है, बरसात के समय यहां आस-पास के नेचर का नजारा काफी सुहावना होता है,
जल की करती है पूर्ति
इस बांध की उंचाई लगभग 86 मीटर और लम्‍बाई लगभग 555 मीटर है, इसमें करीब 11 गेट लगे हुए हैं जिनमें से 10 परिचालन हैं जो पानी ज्‍यादा होने पर ओवरफलो रोकने के लिए पानी छोड़ते है, इस हसदेव बांगो परियोजना से छत्‍तीसगढ़ के कोरबा, जांजगीर-चांपा और रायगढ़ जिले लाभान्‍वित होते हैं, इस बांध के द्वारा कोरबा जिले के कई जगहों की जलापुर्ति की जाती है, जिनमे शामिल है : बालको, एनटीपीसी कोरबा, एस.ई.सी.एल., बी.पी.सी.एल., कोरबा नगर निगम और अन्य औद्योगिक इकाइयों की पानी की आवश्यकता को पूरा करती है। इसमें 6,730 वर्ग किमी का एक जलग्रहण क्षेत्र है।
बांगो डैम बिजली उत्पाद
हसदेव बांगो बांध हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट, हसदेव नदी के बाएं किनारे गांव माचडोली, कटघोरा, कोरबा में बनाया गया है। यह परियोजना बहुउद्देशीय उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसे योजना आयोग ने मार्च 1984 में योजना को मंजूरी दी थी।
बांगो का यह डैम एक हाईडल पावर स्‍टेशन है अर्थात यहां बिजली का उत्‍पादन होता है, यहां इस बांध से माचाडोली में लगे 40 मेगावाट के 3 युनिट या जल विद्युत संयंत्रो से लगभग 120 मेगावाट तक की बिजली का उत्‍पादन होता है,

बांगो दाई मंदिर
यहां इस बांध के अलावा एक छोटा सा बांगो दाई मंदिर भी है, यहां के लोगो का मानना है कि बांगो दाई यहां के लोगो का पालन पोषण करती है, यह मंदिर आपको बांगो डैम के रास्‍ते ही दिख जायेगा
मिनीमाता की स्‍मृति
यहां आपको छत्‍तीसगढ़ की पहली महिला सांसद मीनाक्षी देवी या मिनीमाता की स्‍मृति भी देखने को मिल जाएगी, इनकी मूर्ति भी देखने योग्य है। मीनाक्षी देवी 1952-1972 तक रायपुर लोकसभा में सांसद रही थी, कहते है की उनके नाम पर ही इस जगह का नाम मिनीमाता बांगो बांध पड़ा है।

बांगो डैम के आस पास घुमने लायक जगह
इस डैम के आस-पास आपको कुछ और टुरिस्‍ट प्‍लेसेस देखने को मिलेंगे जिनमें बुका जल विहार, गोल्‍डन आइलैंड, सतरेंगा और देवपहरी झरना शामिल है।
बांगो डैम कैसे पहुंचे
सड़क मार्ग - बांगो बांध तक पहुंचने के लिए पक्की रोड आपको आसानी से मिल जायेगी जिससे आप अपने वाहनों के माध्यम से पहुंच सकते हैं। यह कोरबा शहर से लगभग 50 किलोमीटर व राजधनी रायपुर से लगभग 200 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है |

रेल मार्ग - बांगो बांध से सबसे निकतम रेलवे स्टेशन है कोरबा रेलवे स्टेशन जिसकी दुरी लगभग 50 किलोमीटर है व बिलासपुर रेलवे स्टेशन लगभग 100 किलोमीटर है

हवाई मार्ग – स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डा रायपुर से लगभग 200 किलोमीटर व बिलासा देवी केवट हवाई अड्डा बिलासपुर से 100 किलोमीटर दूर है
हमारी राय
अगर आपको फिल्मो में दिखाए जाने वाले दृश्य बड़े बड़े बांध देखने का सौक है तो आपको यह बांध बेहद अच्छा अनुभव कराएगा इस बांध से गिरती हुई पानी की तेज धारा आपको भयभीत कर देगी और साथ ही साथ आपके मन को आनंद भी प्रदान करेगी इसे देखकर आपको अच्छा लगेगा


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