अब नए शहरों का नाम वहां की पहचान से जोड़े गए हैं। चंदखुरी का नाम माता कौशल्याधाम चंदखुरी होगा। यहां विश्व का एकमात्र कौशल्या मंदिर है। चंदखुरी श्रीराम वनपथ गमन पर्यटन परिपथ में भी शामिल है। बाबा गुरु घासीदास धाम गिरौदपुरी के नाम से अब गिरौदपुरी को जाना जाएगा। सतनाम पंथ के अनुयायियों की आस्था का बड़ा केन्द्र गिरौदपुरी है। शहीद वीरनारायण सिंह धाम सोनाखान के नाम से सोनाखान जाना जाएगा। 1857 की क्रांति में छत्तीसगढ़ के प्रथम शहीद वीरनारायण सिंह की जन्मस्थली सोनाखान ही है।
जाने कुछ अनोखी बाते: चंडी माता मंदिर जिला महासमुंद, विकासखंड बागबाहरा के घुंचपाली गाँव में स्थित है। जहाँ सिर्फ तांत्रिक और अघोरियों का बस आना-जाना हुआ करता था।
0 टिप्पणियाँ