कवर्धा में 18 किलोमीटर की निकलेगी पदयात्रा, यहां सालों पुरानी है परंपरा : सावन के पहले सोमवार पर 2 साल बाद ऐसा आयोजन, Padyatra of 18 km will be set out in Kawardha

Bhoramdev mandir kabirdham kawardha Chhattisgarh: आज से सावन शुरू हो रहा है। इसके लिए छत्तीसगढ़ के अलग-अलग शंकर मंदिरों में विशेष तैयारी की गई है। खासकर कवर्धा के भोरमदेव मंदिर में भी विशेष तैयारी की गई है। यहां श्रद्धालुओं द्वारा पदयात्रा कर भगवान शिव में जलाभिषेक करने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। मगर कोरोना के चलते यह आयोजन पिछले 2 साल से नहीं हो पा रहा था, लेकिन इस बार सावन के पहले सोमवार पर फिर से यह आयोजन होने वाला है। लोग यहां 18 किलोमीटर की पदयात्रा कर भोरमदेव मंदिर में भगवान को जल चढ़ाएंगे।

प्रशासन ने इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है। 18 जुलाई को बुढ़ा महादेव मंदिर से भोरमदेव मंदिर तक 18 किलोमीटर की पदयात्रा सुबह 7 बजे से शुरू होगी। इस बार श्रद्धालुओं एवं पदयात्रियों के स्वास्थ्य सुविधा के लिए एंबुलेंस को भी तैनात किया गया है। यहां सावन महीने में बड़ी संख्या में लोग पूजा करने पहुंचते हैं। प्रशासन ने इस पदयात्रा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। पदयात्रा के लिए रूट मैप भी बनाया गया है।


श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए गर्भगृह से भगवान के लाइव दर्शन के लिए एलईडी की व्यवस्था की गई है। जिस प्रवेश द्वार पर महिला एवं पुरुष का स्थान रखा गया है। उस द्वार का उपयोग कर भगवान भोलेनाथ का दर्शन करने के लिए किया जाएगा। इसके अलावा बाहर से आने वाले भक्तों के लिए पास में ही रहने की व्यवस्था भी की गई है। प्रशासन से इस आयोजन को सफल बनाने की अपील लोगों से की है।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ