पिता की संपत्ति पर बेटी का भी हक, बेटी के प्रेम विवाह के खिलाफ परिवार ने बेटी को संपत्ति का एक रूपये भी नही दिया, महिला आयोग ने दिलाई 5 तोले सोने सहित 11 लाख रुपए कैश..!


Raipur Chhattisgarh : रायपुर की एक लड़की के द्वारा अपनी पसंद से शादी किया गया। परिवार के सभी लोग इस लव मैरिज के खिलाफ थे। इस वजह से विवाद बढ़ा। ये विवाद कुछ ही दिनों बाद प्रॉपर्टी के विवाद में बदल गया। मगर पिछले कुछ महीनों जारी इस विवाद में अब लगाम लगी है। मामले में महिला आयोग में सुनवाई हुई तथा बेटी को पिता की प्रॉपर्टी पर हक मिला है।


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महिला आयोग की अध्यक्ष किरण मयी नायक के द्वारा यह बताया गया कि युवती की शादी के बाद उसे सम्पत्ति में हक नहीं दिया गया था। उसने आयोग में आवेदन देकर इस मामले में शिकायत की थी। दोनों पक्षों को सुनने के बाद आयोग के द्वारा दी गई समझाइश को स्वीकार करते हुए कुल 11 लाख रुपये का चेक, 60 हजार रुपए तथा 5 तोला सोना युवती को दिया जाना तय हुआ। इसी ही युवती के द्वारा संपत्ती में हिस्सा माना तथा ये केस क्लोज किया गया।


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एक तथा प्रॉपर्टी के केस में महिला के द्वारा अपने पिता की 60 से 65 एकड़ जमीन की बात बताई गई। ये संपत्ति 6 भाई एवं 2 बेटियों में बंटी। मगर महिला के द्वारा बताया गया कि उसके मकान को जबरन तोड़ा जा रहा है। महिला आयोग के द्वारा पाया गया कि विवाद हिस्सेदारी से भी जुड़ा है जिसे कोर्ट में दस्तावेजों के आधार पर साबित करना होगा। इस वजह से ये केस बंद किया गया। आयोग की जनसुनवाई में 5 प्रकरण में सभी पक्षकार पहुंचे। 2 मामलों में आगे की सुनवाई की तारीख दिया गया।


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साथ ही रायपुर एम्स का मामला भी आयोग के पास हाल ही में आयोग में हुई सुनवाई में रायपुर एम्स का प्रकरण भी पहुंचा हुआ था। इन्हीं केसेस की सुनवाई कि सिलसिले में एम्स के डायरेक्टर डॉ. नितिन एम. नागरकर पेश होना पड़ा। सुनवाई में महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक खुद मौजूद रहीं। दरअसल कुछ महीने पहले रायपुर एम्स में साक्षी दुबे नाम की जूनियर डॉक्टर के द्वारा खुदकुशी कर ली गई थी। एक अन्य मामले में महिला डॉक्टर के द्वारा एम्स के दूसरे डॉक्टर पर गर्भावस्था में प्रताड़ित करने का आरोप लगाकर शिकायत की गई थी। अब इस मामले में महिला आयोग रायपुर एम्स से जवाब मांग रहा है।


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