चिटफंड धोखे की रकम वापसी में हो रही तेजी : 8 जिलों में 17 हजार लोगों के खाते में आए 11 करोड़ रुपए; धोखेबाजों की प्राॅपर्टी हो रही नीलाम, There is a spurt in refund of chit fund fraud


chit fund news: छत्तीसगढ़ में चिटफंड कंपनियों से ठगे गए लोगों को रकम लौटाने के लिए धोखेबाजों की प्राॅपर्टी नीलाम करने तथा पैसे निवेशकों के खाते में पहुंचाने का सिलसिला सिर्फ 4 महीने में 8 जिलों तक पहुंच गया है। चिटफंड कंपनियों की संपत्ति की नीलामी रायपुर और राजनांदगांव से शुरू हुई, लेकिन अब दुर्ग, बिलासपुर, बेमेतरा, सूरजपुर, जशपुर और जांजगीर-चांपा में न केवल कुछ कंपनियों की प्रापर्टी नीलाम की गई, बल्कि निवेशकों के खाते में पैसे भी पहुंचे हैं।

छान बिन के मुताबिक: भास्कर की पड़ताल के मुताबिक अब तक 17404 निवेशकों के खाते में 11.22 करोड़ रुपए डाले जा चुके हैं। ये पैसे पुलिस में दर्ज 29 केस में शामिल 13 कंपनियों की प्रॉपर्टी नीलाम करके हासिल की गई। इनके अलावा, रायपुर में धोखेबाजों की संपत्ति नीलाम करके प्रशासन को 4.14 करोड़ रुपए मिल चुके हैं। इन्हें निवेशकों के खाते में अप्रैल में डाला जाएगा। 

इस मामले में राजनांदगांव अभी सबसे ऊपर है, जहां 16796 लोगों के खातों में 10.76 करोड़ रुपए पहंचाए जा चुके हैं तथा डेढ़ करोड़ रुपए सरकारी एजेंसियों के पास हैं, जिन्हें खैरागढ़ उपचुनाव के कारण रोका गया है। प्रदेश में तकरीबन 400 चिटफंड कंपनियों ने 25 लाख से ज्यादा लोगों से लगभग 10 हजार करोड़ रुपए की ठगी की है। मिली जानकारी के मुताबिक सरकारी एजेंसियों को अब तक इन कंपनियों की 768 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी ही मिल पाई

धोखेबाजों का निवेश भी दिखावा: कंपनियों के डायरेक्टर और जिम्मेदारों ने लोगों से ठगी के लिए प्रदेश में प्रॉपर्टी में निवेश दिखाया, लेकिन अब जांच में यह बात सामने आ रही है कि पूरा निवेश दिखावे के लिए ही था। क्योंकि जितनी रकम निवेश हुई है, उसके आधार पर प्रॉपर्टी नहीं मिल रही। अब तक सब मिलाकर केवल 768 करोड़ की प्रापर्टी ही मिली है।

दर्ज मामलों में रकम 1420 करोड़ रु.: प्रदेशभर के पुलिस थानों में दर्ज 436 केस के आधार पर 1420 करोड़ रुपए की ठगी का अनुमान है। इसमें निवेशकों की संख्या 3.75 लाख है। इसके विपरीत निवेशकों के मंगाए आवेदन के आधार पर 25 लाख से ज्यादा निवेशकों से करीब 10 हजार करोड़ रुपए लेने का पता चला है।

एक ही कंपनी की संपत्ति कुर्क: राजनांदगांव में याल्स्को रियल स्टेट एण्ड एग्रो फार्मिंग लिमिटेड की संपत्ति कुर्क की गई है। दो बार में निवेशकों के खाते में पैसे भेजे गए हैं। राजनांदगांव कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा ने बताया कि राजनांदगांव में चिटफंड कंपनियों पर तेजी से कार्रवाई हो रही है। पांच दर्जन से ज्यादा डायरेक्टर गिरफ्तार किए जा चुके हैं।


जिले में 3.31 लाख आवेदन आए: याल्स्को रियल स्टेट एण्ड एग्रो फार्मिंग लिमिटेड के केस में सजा होने के बाद कंपनी की राजनांदगांव जिले में स्थित 284.55 एकड़ भूमि की नीलामी की गई है। अब तक करीब साढ़े 10 करोड़ रुपए निवेशकों के खातों में भेजे जा चुके हैं। डेढ़ करोड़ रुपए नीलामी से और मिले हैं, जिन्हें खातों में भेजना था, लेकिन खैरागढ़ उपचुनाव की आचार संहिता की वजह से नहीं भेजा गया है।


17 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी नीलाम: चिटफंड कंपनियों की ज्यादा से ज्यादा प्रॉपर्टी पता लगाने में जुटे हैं। अब तक जितनी प्रॉपर्टी मिली है, उनमें से करीब 17 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी नीलाम हो गई है। यही पैसे निवेशकों के खाते में आनुपातिक तौर पर डाले जा रहे हैं। डॉ. संजीव शुक्ला, डीआईजी व नोडल अफसर, चिटफंड केस


केस 1
शारदा साहू ने 5 लाख रुपए 2012 में चिटफंड कंपनी में लगाए। 5 वर्ष में दोगुने का झांसा दिया गया। उनके खाते में अब तक 2 लाख रु. गए हैं।

केस 2
पुनूराम साहू ने पैसे दोगुना होने के आश्वासन पर 50 हजार रुपए लगाए थे, लेकिन कंपनी भाग गई। उनके खाते में दो बार में 20 हजार रुपए गए हैं।

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