शराबबंदी को लेकर विपक्ष ने फिर बघेल सरकार को घेरा, सरकार के नियत में खोट - BJP, छत्तीसगढ़ में कब होगी शराबबंदी..?

 


रायपुर छत्तीसगढ़ : छत्तीसगढ़ राज्य में एक बार फिर से शराबबंदी की सियासत गरमाई हुई है। शराबबंदी सरकार जनजागरूकता की एक अभियान चलाने की तैयारी में है। जिले लेकर बीजेपी द्वारा सरकार पर तीखा हमला किया गया। नेता प्रतिपक्ष धरमलाला कौशिक के द्वारा सरकार के मंशा पर सवाल उठाए गए है। वहीं कांग्रेस द्वारा कौशिक के बयान को निशाने पर लेते हुए उल्टा बीजेपी पर ही निशाना साधा गया है।


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बघेल सरकार की मंशा में है खोट : सरकार के जनजागरूकता अभियान को लेकर धरमलाल कौशिक के द्वारा यह कहा गया है कि शराबबंदी के नाम पर तीन कमिटी बनाई गई है, लेकिन ना तो बैठक हुई और ना ही प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। भाजपा सरकार के समय जागरूकता लाने के लिए 'वाहिनी' का भी गठन किया गया था, जिसे कांग्रेस द्वारा सत्ता में आने के बाद खत्म कर दिया गया। सरकार की मंशा अगर शराबबंदी की है तो तत्काल ही शराबबंदी लागू किया जाए।


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कौशिक पर कांग्रेस की पलटवार : शराबबंदी को लेकर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के द्वारा यह कहा गया है कि रमन सरकार के द्वारा शराब का सरकारीकरण बनाया गया था। गांव गांव में घर-घर तक शराब पहुंचाने का काम किया गया। छत्तीसगढ़ राज्य में कांग्रेस सरकार आने के बाद शराबबंदी के लिए तीन कमेटी बना दी गई है। जो कमेटी बनाई उसमें भाजपा नेताओं को भी शामिल होने आग्रह किया गया था। कौशिक जी को यह भी बताना चाहिए कि आखिर भाजपा के नेता इसमें क्यों शामिल नहीं हुए।


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छत्तीसगढ़ सरकार का क्या है पूरा प्लान : छत्तीसगढ़ में शराबबंदी से पहले सरकार नशामुक्ति अभियान चलाने की तैयारी में जुटी हुई है। इसके लिए समाज कल्याण विभाग के द्वारा कवायद तेज कर दिया गया है। राज्य तथा जिलास्तर पर नोडल अफसरों की नियुक्ति किया गया है। अब हर गांव में महिला समिति के गठन की तैयारी लिए जा रहे है। समिति के गठन हेतु पहले चरण की प्रक्रिया चल रही है। स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से सभी जिलों में 15 बिस्तर वाले नशामुक्ति केंद्र की स्थापना भी की जाएगी।


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कांग्रेस द्वारा चुनावी घोषणापत्र में किया गया था वादा : 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के द्वारा घोषणा पत्र में शराबबंदी का भी वादा किया गया था। यही वजह है कि सरकार बनने के बाद से बीजेपी लगातार बघेल सरकार से सवाल कर रही थी कि आखिर राज्य में शराबबंदी कब किया जाएगा। मगर अब तक शराबबंदी राज्य में नहीं किया गया है। इसके पहले भी शराबबंदी को लेकर राज्य में सियासत शुरू हो चुकी है।

छत्तीसगढ़ में शराबबंदी

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