Satdhar adventure sports in dantewada chhattisgarh, दंतेवाड़ा का एडवेंचर स्पोर्ट्स बनने वाला है आकर्षण का केंद्र, साहसिक पर्यटक स्थल की तरह विकसित हो रहा ‘सातधार’ एडवेंचर स्पोर्ट्स


रायपुर छत्तीसगढ़ : अपने चारों ओर पहाड़ों से घिरा हरे-भरे वादियों के बीच प्रशासनिक एवं धार्मिक महत्व के स्थल दंतेवाड़ा में डंकिनी नदी के तट पर विकसित हो रहेे एडवेंचर स्पोर्ट्स शीघ्र आकर्षण के केन्द्र बनेंगे। यहां साहसिक खेलों एवं मनोरंजन को बढ़ावा देने के लिए बस्तर संभाग के प्रथम एडवेंचर पार्क की स्थापना जिला खनिज संस्थान न्यास निधि (डी.एम.एफ.) मद के तहत जिला प्रशासन तथा वन विभाग के द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।


इसे भी पढ़े : क्या आप जाने है, छत्तीसगढ़ ने स्थित हैं दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चर्च



एडवेंचर पार्क में संचालित होने वाली साहसिक खेल गतिविधियों एवं प्रशिक्षण से पर्यटकों तथा नागरिकों को अपने स्वास्थ्य को उत्तम बनाए रखने का महत्वपूर्ण लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप वन व जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में शासन-प्रशासन की पहल से विकसित किए जा रहे यह पार्क दंतेवाड़ा जिले के पर्यटन विकास के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगी। इसके तहत सायकल जिप लाइन के निर्माण सहित सुविधाओं को विकसित किया जा रहा है। इसके अलावा दंतेवाड़ा एवं इसके आसपास ढोलकल तथा सातधार आदि अनेक महत्वपूर्ण स्थानों तक पर्यटन सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है।


यह भी पढ़े : CGPSC Requirements 2022, कितने पदो पर निकली भर्ती, 1.77 लाख तक की सैलरी, जल्दी की अप्लाई, जानिए पूरी जानकारी।



एडवेंचर पार्क एक आधुनिक व्यायाम प्रक्रिया साधन है, जिसमें साइकिल जिप लाइन, जिप लाइन, किड एडवेंचर स्पोर्ट्स जैसे रस्सी द्वारा निर्मित पुल, हवा में ऊपर छलांग लगाने वाला कमरबंद झूला इत्यादि सभी साहसिक खेल प्रदर्शन के माध्यम से नई विधियों एवं तकनीकों से परिचय कराना है। इसे ध्यान में रखते हुए खेल प्रशिक्षकों तथा खेल वैज्ञानिकों द्वारा पार्क के माध्यम से नवीनतम एवं प्रभावी जानकारी कुशलता से प्रदान की जाएगी। साथ ही यह पर्यटन के क्षेत्र में पर्यटकों की रुचि का केन्द्र तथा दंतेवाड़ा जिले की प्रगति में मील का पत्थर साबित होगा। इस कड़ी में जिले के अंतर्गत पर्यटन के क्षेत्र में ढोलकल पहाड़ी में प्राचीन भगवान गणेश जी की प्रतिमा विश्व-विख्यात है।


यह भी पढ़े : Job Recruitment In Raipur Health Department For 202 Seats,छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग में निकली भर्ती, कोरोना के तीसरी लहर के मुकाबले हेतु निकली गई भर्ती, 2 लाख तक की सैलरी



यहां देश एवं विदेश से पर्यटक दर्शन के लिए पहुंचते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए ढोलकल में बस्तर एवं छत्तीसगढ़ की पारंपरिक शैली अनुसार पर्यटकों के रुकने की उत्तम व्यवस्था एवं पारंपरिक खान-पान से संबंधित गढ़कलेवा को स्थानीय रोजगार से जोड़ने की महत्वपूर्ण योजना भी बनाई जा रही है। इस तरह परंपरागत बस्तर एवं छत्तीसगढ़िया खान-पान को समाहित करते हुए अत्याधुनिक कॉटेज हट अपने आप में आधुनिकता को पारंपरिक संस्कृति के संरक्षण तथा लोकप्रियता के साथ प्रदर्शित करेंगे।


यह भी पढ़े : छत्तीसगढ़ की शिमला कहे जाने वाले भोरमदेव मंदिर के बारे में पूरी जानकारी, अनेक ऐसी तथ्य जिससे आप अंजान होंगे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ