छत्तीसगढ़ के एक परिवार ने दान कर दिया 30 करोड़ की संपत्ति, क्या है पूरी वजह??


राजनांदगांव छत्तीसगढ़ : छत्तीसगढ़ राज्य के राजनांदगांव जिले के गंज चौक में रहने वाले मुमुक्षु भूपेंद्र डाकलिया (आयु 47 वर्ष) के साथ उनकी पत्नी सपना डाकलिया (आयु 45 वर्ष) तथा उनके चार बच्चे महिमा डाकलिया (आयु 22 वर्ष), देवेंद्र डाकलिया (आयु 18 वर्ष) एवं हर्षित डाकलिया ( आयु 16 वर्ष) का दीक्षा समारोह हुआ। दीक्षा का अर्थ है कि सन्यासी गुणों को धारण कर के एक साधारण जीवन जीने से है। 


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डाकलिया परिवार छत्तीसगढ़ राज्य का एक बड़ा कारोबारी परिवार है। परिवार के द्वारा 30 करोड़ की संपत्ति दान कर दीक्षा ली गई है। मीडिया से चर्चा में मुमुक्षु भूपेंद्र द्वारा यह बताया गया कि उनकी प्रॉपर्टी करोड़ों में है। जिसमें जमीन तथा दुकान से लेकर अन्य दूसरी संपत्तियां भी शामिल हैं। 

9 नवंबर को उनके परिवार के द्वारा दीक्षा लेने का अंतिम निर्णय लिया गया। इसके बाद से पूरा परिवार एक साथ संयम के पथ पर चल पड़े। जैन धर्म के लोगों द्वारा यह बताया गया कि खरतरगच्छ पंथ में ऐसा पहली बार है कि जब पूरे परिवार के द्वारा एक साथ दीक्षा लिया गया है।


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भूपेंद्र द्वारा यह भी बताया गाय है कि परिवार साल 2011 में रायपुर के कैवल्यधाम को गए थे। तभी सबसे छोटे बच्चे हर्षित के मन में दीक्षा का भाव उठा था। परिवार द्वारा यह सोच रखा गया था कि दीक्षा लेकर आगे का जीवन संयम एवं सादगी से बिताएंगे।


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