छत्तीसगढ़ के स्कूलों में छात्राओ के लिए विशेष पहल : अब सरकार लेगी सेल्फ डिफेंस का पीरियड, पुलिस सिखाएगी बच्चो को दांव पेंच : रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर में जनवरी से होगी शुरुआत

Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ पुलिस की महिला अधिकारी और एक्सपर्ट स्कूलों में जाकर छात्राओं को सेल्फ डिफेंस की टेक्निक सिखाएंगे। जनवरी से रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर से इसकी शुरुआत होगी। इसके बाद सभी जिलों में यह लागू कर दिया जायेगा। यह पहले ही पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कोरबा में शुरू किया जा चुका है।

सेल्फ डिफेंस के अंतर्गत पहले छात्राओं को पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन के जरिए दिखाया जाएगा कि उन्हें सुनसान इलाके या भीड़ वाले स्थान में किस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इससे कैसे वे बिना डरे बच सकती हैं। इसी तरह साइबर अपराध व अपराधियों से किस तरह बचना है यह भी सिखाई जाएगी। दरअसल, आईजी - एसपी कांफ्रेंस के दौरान सीएम भूपेश बघेल ने महिलाओं - युवतियों की सुरक्षा को लेकर खासतौर पर विशेष सतर्कता व नई पहल करने पर जोर दिया था।

पुरुस्कार देने का भी फैसला सरकार द्वारा लिया गया है

उन्होंने कहा था कि महिलाओं व बच्चों का पुलिस पर भरोसा होना जरुरी है। इसी के अंतर्गत सेल्फ डिफेंस क्लास का सुझाव सामने आया। इससे पहले भी स्कूल - कॉलेज की छात्राओं के लिए सेल्फ डिफेंस शिविर लगाने की पहल की जा चुकी है, लेकिन इसमें सभी छात्राएं हिस्सा नहीं लेतीं, इसलिए पुलिस ने क्लास रूम तक पहुंचने का फैसला किया है। उन्हें एक्सपर्ट यह सिखाएंगे कि कैसे अपने पास उपलब्ध सामान सेफ्टी पिन, पेन या हेयर क्लिप का उपयोग करके हमलावर को पछाड़ सकते हैं। इसमें छात्राएं बढ़ के हिस्सा लें इसलिए बेस्ट स्टूडेंट को पुरस्कार देने का भी फैसला सरकार द्वारा लिया गया है। एससीईआरटी के डायरेक्टर राजेश सिंह राणा ने कहा है कि स्कूलों में एससीईआरटी व समग्र शिक्षा के अंतर्गत जनवरी से सेल्फ डिफेंस क्लास शुरू करने की योजना है।

कोरबा में सप्ताह में दो-दो दिन क्लास शुरू

कोरबा में तीन महिला अधिकारियों के नेतृत्व में टीमें बनाई गई हैं। इसमें महिला व पुरुष दोनों ही तरह के पुलिसकर्मी शामिल हैं। ये टीमें हफ्ते में दो-दो दिन स्कूलों में जाकर क्लास ले रही हैं। कोरबा एसपी भोजराम पटेल खुद भी स्कूलों में जाकर निगरानी कर रहे हैं। छात्राओं को असामाजिक तत्वों से बचाव के साथ-साथ साइबर क्राइम और महिलाओं से जुड़े कानून की भी जानकारी दी जा रही है। इस पहल की जानकारी डीजीपी को होने के बाद बाकी जिलों में भी ऐसी पहल करने के लिए कार्ययोजना बनाई गई है।

जिलों में हॉट स्पॉट तय कर पुलिस पेट्रोलिंग की जा रही है, जिससे ऐसे स्थान जहां कई बार घटनाओं की सूचना मिली है, वहां असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई हो सके। इसके अलावा स्कूलों में छात्राओं को सेल्फ डिफेंस की पहल की जा रही है।





एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ