दुर्ग में दी बारिश ने दी राहत : 2 दिन में 4 मिमी बरसा पानी, उमस से मिली राहत, किसानों के भी चेहरे खिले, 48 घंटे में तेज बारिश की संभावना


दुर्ग
: दुर्ग में 2 दिन में 4 मिमी बरसा पानी, उमस से मिली राहत, किसानों के भी चेहरे खिले, रोपाई में आएगी तेजी; 

48 घंटे में तेज बारिश की संभावना
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में दो दिनों से तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ बरस रही बौछारों ने राहत दी है। ट्विनसिटी में दो दिन में करीब 4 मिमी बारिश हो चुकी है। जिले में गुरुवार सुबह से बरस रहे बादलों के कारण किसानों के चेहरे भी खिल गए है। रोपा बियासी के काम में तेजी आने की उम्मीद है। वहीं गर्मी उमस से परेशान लोगों को भी राहत मिली है। शुक्रवार आषाढ़ माह का अंतिम दिन है। शनिवार से सावन महीने का आगमन हो जाएगा।

मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण पूर्व से हवा की दिशा इन दिनों दक्षिण पश्चिम और पश्चिमी हो गई है। इसके प्रभाव से बारिश हो रही है। बताया जा रहा है कि, अभी दो दिनों तक इसी तरह की स्थिति बने रहने की संभावना है। बारिश की वजह से वातावरण में नमी की मात्रा बढ़ी है। इसी कारण दिन के तापमान में थोड़ी कमी आई है। शुक्रवार सहित 48 घंटों के दौरान अच्छी बारिश की संभावना है।

बारिश ने किसानों को राहत दी है। किसानों का कहना है कि बारिश होने से खेतों में रोपाई का काम कर रहे है।
बारिश ने किसानों को राहत दी है। किसानों का कहना है कि बारिश होने से खेतों में रोपाई का काम कर रहे है।
दुर्ग संभाग के बेमेतरा जिले में सबसे अधिक बारिश
मानसून के फिर से सक्रिय होने के बाद पिछले 24 घंटे में दुर्ग जिले में 68 मिमी बारिश हुई है। जिसमें दुर्ग विकासखंड में करीब 25, पाटन में 18 और धमधा में 25 मिमी बारिश हुई। पूरे संभाग में सबसे ज्यादा बारिश बेमेतरा जिले में 166 मिमी, कवर्धा में 10 मिली,बालोद में 40 मिमी और राजनांदगांव में करीब 38 मिमी बारिश हुई।

किसानों के लिए राहत की खबर
जिले में अभी तक खंड वर्षा हो रही थी, लेकिन पिछले दो दिनों से सभी क्षेत्रों में बारिश हो रही है। खंड वर्षा होने के चलते जिले के कुछ क्षेत्रों में बोनी का काम पिछड़ गया, वहीं पानी की कमी के चलते रोपा बियासी का काम भी प्रभावित हो गया। लेकिन अभी जो रुक-रुक कर बारिश हो रही है, वो राहत पहुंचा रही है।


जिले में आज अच्छी बारिश होने की संभावना - 
मौसम वैज्ञानिक सम वैज्ञानिक एच.पी.चंद्रा ने बताया कि मानसून द्रोणिका रांची, रोहतक, उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में स्थित निम्न दाब का क्षेत्र उसके बाद पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक 0.9 किमी ऊंचाई तक स्थित है। अभी एक चक्रवाती घेरा पूर्वी उत्तर प्रदेश में बना हुआ है। साथ ही बंगाल की खाड़ी में एक हवा का घेरा बन रहा है। इसके आने वाले 48 घंटों में सक्रिय होने और आसपास एक लो प्रेशर एरिया बनने की संभावना है। इसके प्रभाव से दुर्ग-भिलाई समेत आसपास के क्षेत्र में अच्छी बारिश हो सकती है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ