12वीं का रिजल्ट जारी : घर से देखकर लिखने पर भी 5 हजार से ज्यादा बच्चे हुए फेल, 2 हजार फिर से देंगे पर : 97 फीसदी छात्र पास रहा रिजल्ट


cgbse
: छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से 12वीं के नतीजे जारी कर दिए गए। स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेम साय टेकाम ने रविवार को नतीजे घोषित किए। इस बार छात्रों ने परीक्षा घर बैठकर दी थी। रिजल्ट के आंकड़ों के मुताबिक 12वीं के 5 हजार 255 बच्चे फेल हो गए हैं। परीक्षा में 95% बच्चों ने फर्स्ट डिवीजन, 1% ने सेकेंड और 0.3 ने थर्ड डिवीजन से परीक्षा पास की। पास होने वालों में 96% लड़के और 98% लड़कियां हैं। चूंकि कोविड के खतरे को देखकर घर पर ही परीक्षा देने की सुविधा दी गई थी इसलिए मेरिट लिस्ट जारी नहीं की गई।


ऐसे थे इस बार रिजल्ट के आकड़े 

इस बार परीक्षा के लिए 2 लाख 89 हजार स्टूडेंट पंजीकृत थे

97% बच्चे पास हो गए।

2 हजार 402 छात्रों का परिणाम अपात्र होने की वजह से निरस्त हुआ

341 स्टूडेंट्स का रिजल्ट रोका गया है जो कि बाद में जारी होगा।

पास होने वाले स्टूडटेंट्स की संख्या 2 लाख 76 हजार 817 है।

2 हजार 35 स्टूडेंट्स को पूरक (सप्लीमेंट्री) की पात्रता दी गई है।


छात्र यहाँ देखें अपना रिजल्ट

स्टूडेंट्स https://cgbse.nic.in/ या https://results.cg.nic.in/ पर क्लिक करके अपने परीक्षा परिणाम देख पाएंगे। इस बार स्टूडेंट्स ने घर बैठकर परीक्षा दी थी। स्कूल को ही सेंटर बनाया गया था। इन सेंटर्स से स्टूडेंट 1 जून से 5 जून तक प्रश्न पत्र और आंसर शीट हासिल किए। सभी को आंसर शीट जमा करने के लिए 5 दिनों का वक्त मिला था।


इस बार 10वीं में कोई भी छात्र नहीं हुए फेल

इस बार जारी किए गए 10वीं के रिजल्ट स्टूडेंट्स के जमा किए असाइनमेंट के आधार पर जारी हुए। इसमें कोई स्टूडेंट फेल नहीं हुआ। 97% बच्चे फर्स्ट डिवीजन में पास हुए। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बताया कि इस परीक्षा में कुल 4 लाख 61 हजार 93 बच्चों का इंटरनल असेसमेंट किया गया था। जिन बच्चों ने असाइनमेंट जमा नहीं किया था, उनको भी मिनिमम मार्क्स देकर पास कर दिया गया है। इनमें से 4 लाख 46 हजार 393 स्टूडेंट फर्स्ट डिवीजन में पास हुए हैं। यह


अब सरकार स्कूल खोलने की तैयारी

राज्य सरकार 2 अगस्त से पूरे प्रदेश में स्कूल और कॉलेज खोलने जा रही है। राज्य सरकार ने ये फैसला आठ राज्यों की स्टडी के बाद लिया गया है। इतना ही नहीं, स्कूल खोलने से पहले प्रदेश के शिक्षकों का वैक्सीनेशन सर्वे भी कराया गया है। जिसमें यह बात सामने आई कि 1 लाख 15 हजार शिक्षक यानी 87 फीसदी टीका लगवा चुके हैं, सिर्फ 13 फीसदी बचे हैं। पिछले साल कोरोना की पहली लहर के बाद प्रदेश के स्कूल और कालेज 1 अप्रैल 2020 से बंद कर दिए गए थे। छत्तीसगढ़ में 2 अगस्त से बच्चों की 50 फीसदी उपस्थिति के साथ स्कूल-कॉलेज खुलेंगे। प्राथमिक और मिडिल स्कूल खोलने का फैसला कोरोना केसेस को देखते हुए शाला विकास समितियां करेंगी।




 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ