लोग तो जांच और टीकाकरण के लिए है जागरूक, लेकिन सरकार की बदहाल व्यवस्था से है पीड़ित

सूरजपुर : इन दिनों पूरे देश में COVID-19 वैक्सीनेशन का काम तेजी के साथ चल रहा है। इस वक्त महामारी से बचाव का एक ही उपाय है कि टीकाकरण कराकर लोग एक सुरक्षा कवच हासिल कर लें, ताकि उन्हें बीमारी का कोई खतरा ना हो। इसके साथ ही कोरोनावायरस संक्रमण की तीसरी लहर की भी चर्चा चल रही है। ऐसे में कोशिश की जा रही है कि ज्यादा से ज्यादा लोग वैक्सीनेशन करा लें। साथ ही जिन्हें बीमारी की आशंका है वे स्वयं आकर जांच कराएं ताकि संक्रमण का खतरा भी कम रहे। लोग भी अपनी ओर से जागरूकता दिखा रहे हैं, लेकिन कई जगहों पर व्यवस्था की खामियां, दिक्कतें पैदा कर रही हैं और कोरोनावायरस संक्रमण की जांच कराने के लिए केंद्र तक पहुंचने वाले हतोत्साहित हो रहे हैं।



उत्तर छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सरहदी जिले सूरजपुर में टीकाकरण के अंदर का नजारा देखिए जिला अस्पताल परिसर में बनाए गए कोरोनावायरस जांच और टीकाकरण केंद्र में दोपहर 12:00 बजे तक बड़ी संख्या में लोग संक्रमण की जांच कराने और टीकाकरण कराने के लिए पहुंच चुके थे, लेकिन यहां मेडिकल स्टाफ नदारद। गैराज नुमा शेड के नीचे बनाए गए जांच केंद्र के आसपास बरसाती पानी भरा है और कीचड़ गंदगी के बीच लोग टीकाकरण के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। यहां अब तक कोई भी जिम्मेदार स्वास्थ्य कर्मी या चिकित्सक नजर नहीं आया है। जिससे इन लोगों को संक्रमण की जांच और टीकाकरण के विषय में जानकारी मिल सके। लोगों का कहना है कि हम तो जागरूक संक्रामक बीमारी को लेकर जागरूक हैं, लेकिन स्वास्थ्य अमला ही नदारद है तो क्या करें।

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