बलरामपुर छत्तीसगढ़ : छत्तीसगढ़ राज्य के बलरामपुर जिले के डूमरखी में निशांत अपनी किस्मत अपने पैरों के दम पर लिख रहा है। दरअसल निशांत पैकरा बचपन से ही दिव्यांग है। उसे पढ़ने का लिखने का शौक है। इसलिए स्कूल में हाथ काम नहीं करने की वजह से पैर से ही लिखता है। निशांत की लगन को देखकर उसकी मां संक्रांति पैकरा रोज उसे स्कूल लेकर जाती हैं। अब निशांत कलेक्टर भी बनना चाहता है।
मां का यह कहना है कि दिव्यांग स्कूल में एडमिशन हो जाए तो बहादुर बच्चे निशांत की अच्छे से पढ़ाई हो जाएगी। निशांत से कलेक्टर कुंदन कुमार भी मिल चुके हैं तथा निशांत को व्हील चेयर भी अवेलेवल करवाई गई है। कलेक्टर का भी यह कहना है कि प्रशासन दिव्यांग स्कूल में निशांत के एडमिशन के लिए पूरी मदद करेगा।
Source -ibc24