रूस यूक्रेन युद्ध के चलते कच्चे तेल के दामों में आई भारी उछाल, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लगातार बढ़ रहे है कच्चे तेल का दाम, 117 डॉलर प्रति बैरल के पार, भारतीयों की बढ़ी चिंता..!

Russia Ukraine War Side Effects : रूस एवं यूक्रेन के बीच जारी जंग के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम लगातार बढ़ता ही चला जा रहा है। गुरुवार को इसमें तीन फीसदी से भी ज्यादा की तेजी आई तरह इसका भाव करीब 117 डॉलर प्रति बैरल पर जा पंहुचा। गौरतलब है कि ब्रेंट क्रूड के दाम में उबाल से भारतीयों की भी चिंता बढ़ती जा रही है



विस्तृत जानकारी : रूस तथा यूक्रेन के बीच आठ दिनों से जारी जंग अब तो और भी तेज होती चली जा रही है। इसका सबसे ज्यादा असर कच्चे तेल के दामों पर पड़ता नजर आ रहा है। गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत पिछले एक दशक की सबसे शिखर पर जा पहुंची। जी हां, तीन फीसदी से ज्यादा की तेजी लेते हुए इसका भाव करीब 117 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। गौरतलब है कि ब्रेंट क्रूड के दाम में उबाल से भारतीयों की चिंता बढ़ गई है।


कच्चे तेल का दाम पिछले एक दशक के शिखर पर : इस संबंध में आई एक हाल की ही रिपोर्ट की मानें तो ओपेक देशों द्वारा कच्चे तेल का उत्पादन न बढ़ाने के फैसला किया गया है। यही कारण है कि कच्चे तेल की कीमतों में जोरदार उछाल देखने को मिल रही है। गुरुवार को जहां ब्रेंट क्रूड का दाम बढ़कर लगभग 117 डॉलर पर जा पहुंचा, वहीं दूसरी ओर डब्ल्यूटीआई क्रूड की कीमत में भी करीब 2.67 फीसदी की तेजी लेते हुए लगभग 113.6 डॉलर प्रति बैरल पर जा पहुंची। ब्रेंट क्रूड का भाव 2011 के बाद सबसे अधिक दाम पर है। 

2022 के शुरुआत में ही कच्चे तेल के दम में जबरदस्त उछाल : साल 2022 की शुरुआत के साथ ही बाजार में कच्चे तेल की कीमतों मे काफी तेज उछाल आता जा रहा है। बीते गुरुवार को ही साल का रिकॉर्ड तोड़ते हुए बेंट क्रूड का भाव साल 2014 के बाद पहली बार भाव 100 डॉलर प्रति बैरल को ऊपर गया था। बीते चार महीनों के दौरान इसमें लगातार तेजी देखी गई है। आंकड़ों पर नजर डालें तो दिसंबर में ब्रेंट क्रूड का भाव करीब 10.22 फीसदी, जनवरी में करीब 17 फीसदी, फरवरी में भी 10.7 फीसदी तथा मार्च में अब तक लगभग 16 फीसदी से ज्यादा बए़ गया है। 


रसिया यूक्रेन युद्ध से भारत में भी दिखेगा बड़ा असर : आपको यह भी बता दें कि कच्चे तेल की कीमतों में आ रहे उछाल का सबसे ज्यादा असर भारत देश पर दिखाई देगा। इसके कारण देश में पेट्रोल तथा डीजल के दाम में काफी बड़ी तेजी आने की संभावना जताई जा रही है। अपको यह भी बता दें कि कच्चे तेल की कीमतों में इतने बढ़ोतरी के बाद भी देश में बीते चार महीनों से पेट्रोल-डीज के दाम स्थिर बनी हुई हैं। हालांकि, इसके पीछे देश के पांच राज्यों में जारी विधानसभा चुनाव को भी एक बड़ा कारण बताया जा रहा है। एक रिपोर्ट की माने तो 10 मार्च को चुनाव परिणाम सामने आने के बाद देश में इनकी कीमत काफी अधिक बढ़ सकती है। 

देश में करीब नौ रुपये महंगे होंगे पेट्रोल-डीजल का भाव : गुरुवार को आई एक रिपोर्ट में यह कहा गया है कि 7 मार्च को उत्तर प्रदेश राज्य में होने वाले आखिरी चरण के मतदान के तुरंत बाद ही पेट्रोल-डीजल का दाम महंगा किया जा सकता है। इसमें संभावना व्यक्त किया गया है कि तेल विपणन कंपनियां 10 मार्च को पांच राज्यों के चुनाव परिणाम का एलान होने के बाद से पेट्रोल-डीजल पर करीब 9 रुपये प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी देखी जा सकती है। हालांकि, विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि तेल के दाम में होने वाली ये बढ़ोतरी एक ही बार में नहीं, बल्की थोड़ी-थोड़ी करके कई दिनों में किया जा सकता है

युद्ध से यूक्रेन के हालात काफी बुरी : गौरतलबयह भी है कि रूस तथा यूक्रेन के बीच जारी युद्ध तेज हो चुका है। गुरुवार को संघर्ष के आठवें दिन तक युक्रेन के लगभग 752 लोग इस युद्ध के चलते अपनी जान गंवा चुके है। इसके साथ ही रूसी सेना द्वारा यूक्रेनी शहर खेरसॉन पर अपना कब्जा भी जमा लिया गया है। इसके साथ ही खरकीव एवं कीव में जंग के चलते हालात बेहद ही बुरे हैं। आपको यह भी बता दे जापानी रिसर्च एजेंसी नोमुरा की हाल में आई रिपोर्ट में यह कहा गया था कि रूस-यूक्रेन युद्ध आगे खिंचता है तो इसके चलते एशिया में सबसे ज्यादा नुकसान भारत को ही होने वाली है।  

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