Bilaspur Chhattisgarh: रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके त्रिपाठी बिलासपुर जोन मुख्यालय क्या आए, रद्द 27 ट्रेनों को तय समय से पहले 10 जुलाई से बहाल किया जा रहा है। ये ट्रेनें 9 से 19 जुलाई तक कैंसिल की गई थीं। रविवार को पहले दिन डोंगरगढ़ से रायपुर होते हुए बिलासपुर तक मेमू पैसेंजर चलेगी। यही ट्रेन वापस भी आएगी।
कोयला ढुलाई बढ़ाने के लिए रेलवे ने अप्रैल में सबसे पहले छत्तीसगढ़, समता, सिकंदराबाद एक्सप्रेस समेत 22 ट्रेनों को रद्द किया गया था। फिर इन्हीं ट्रेनों को मिलाकर मई में 34 ट्रेनों को एक माह के लिए रद्द किया गया।
इसी तरह जून में 15 दिनों के लिए तथा जुलाई में 7 दिनों के लिए इन ट्रेनों को कैंसिल किया गया। हालांकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की दखल के बाद छत्तीसगढ़, समता और सिकंदराबाद एक्सप्रेस को दो दिन बाद ही बहाल कर दिया गया था। अन्य ट्रेनों को भी बहाल करने को लेकर धरना-प्रदर्शन चलता रहा।
दरअसल ट्रेनें रद्द करने से लोग नाराज हैं। देश के किसी भी जोन में इतनी ट्रेनें पहली बार रद्द की गईं हैं। छत्तीसगढ़ से 7 राज्यों को कोयले की सप्लाई हो रही है। जानकारों के अनुसार कोयला सप्लाई में तेजी तो आई है, लेकिन यह सामान्य नहीं हुआ है।
रिफंड के लिए काउंटर पर भीड़ बढ़ी: ट्रेनों के रद्द होने से रिजर्वेशन काउंटर पर टिकट कैंसिल कराने वालों की भीड़ ज्यादा लग रही है। लोग सुबह से ही रिजर्वेशन काउंटर पहुंच जाते हैं। दरअसल करीब 20 फीसदी यात्री अभी भी रिजर्वेशन काउंटर से टिकट आरक्षित करवाते हैं। इससे टिकट सस्ता भी पड़ता है और अतिरिक्त चार्ज देने की जरूरत नहीं पड़ती। यही नहीं अगर टिकट वेटिंग में है तो सबसे पहले क्लियर काउंटर टिकट ही होता है।