Chhattisgarh: रेशम विभाग द्वारा मुख्यमंत्री कौशल विकास योजनांतर्गत आदिवासी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने 20 महिलाओं को रेशम धागाकरण का प्रशिक्षण से दिया जा रहा है। सहायक संचालक रेशम पालन विभाग आईके बागरी ने बताया कि कलेक्टर रघुवंशी ने बीते दिन कोचवाही गोठान के निरीक्षण के दौरान स्व सहायता समूह की महिलाओं से बातचीत की थी।
इस दौरान इन महिलाओं ने रेशम धागाकरण का प्रशिक्षण प्राप्त करने की बात कही थी। कलेक्टर ने इन महिलाओं को प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए थे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कौशल विकास योजनांतर्गत इन महिलाओं का प्रशिक्षण अब अंतिम चरण में है।
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महिलाओं को रेशम धागा बनाने की बारीकियां पिछले 2 माह से दी जा रही है। इन महिलाओं को प्रतिदिन 4 घंटे का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के बाद विभाग द्वारा रेशम धागा बनाने की बुनियादी मशीन विभाग द्वारा दी जाएगी। समूह की महिलाएं गोठान में ही रेशम धागा बनाने का काम करेंगी और इन धागों को कार्यालय में देकर और आय अर्जित कर अपने जीवन स्तर में सुधार करेंगी।
जाने कुछ अनोखी बाते: चंडी माता मंदिर जिला महासमुंद, विकासखंड बागबाहरा के घुंचपाली गाँव में स्थित है। जहाँ सिर्फ तांत्रिक और अघोरियों का बस आना-जाना हुआ करता था