Chhattisgarh tourism: बारिश में पर्यटन से केरल की हर साल 12 करोड़ रुपए की कमाई होती है। इसी तर्ज पर अब छत्तीसगढ़ में पहली बार मानसून टूरिज्म की थीम पर पर्यटन विभाग का फोकस है। इसके लिए यहां जुलाई से अक्टूबर तक कई इवेंट प्राकृतिक सौंदर्य वाले स्थानों पर होंगे।
इसमें फूड फेस्टिवल, एडवेंचर और वाटर स्पोर्ट, कल्चरल इवेंट, लोककला संगीत जैसे कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। पर्यटन विभाग के मानसून टूरिज्म प्लान के पहले दौर में लग्जरी, एथनिक, इको और बोट क्लब रिसार्ट शामिल किए गए हैं। बारिश में प्रदेश के झरनों और जंगल-पहाड़ों के रिसार्ट पर इवेंट होंगे। इसमें चित्रकोट, मैनपाट, सतरेंगा, बारनवापारा, सरोधादादर और कोंडागांव जैसे स्थानों का चयन किया गया है।
अन्य राज्यों से जुगलबंदी: केंद्रीय पर्यटन विभाग ने एक दशक पहले राज्यों की जोड़ियां बनाई थीं। छत्तीसगढ़ और गुजरात जोड़ीदार थे। लेकिन छत्तीसगढ़ इस बार मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, झारखंड, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना जैसे राज्यों के पर्यटन विभाग के साथ टाईअप करने जा रहा है। इससे पड़ोसी राज्यों में आने वाले पर्यटक भी आ सकेंगे। मानसून टूरिज्म के जरिए पड़ोसी राज्यों के पर्यटकों को भी जोड़ा जाएगा।
केरल: 40% पर्यटक मानसून में: केरल टूरिज्म विभाग के डायरेक्टर वीआर कृष्णा तेजा के अनुसार इस साल केरल में पर्यटकों के लिए मानसून के सीजन में 50 से अधिक इवेंट किए जा रहे हैं। सालभर के कुल सैलानियों की संख्या में से 40 फीसदी तक मॉनसून में आने वाले टूरिस्ट रहते हैं। इस साल की थीम इवेंटफुल-2022 रखी गई है। वहां सैलानियों के लिए माया चैट बोट भी शुरू किया गया है।
ये एक तरह की टूरिस्ट गाइड है जो मोबाइल पर हर वक्त पर्यटकों के साथ रहती है। मोबाइल नंबर 7510512345 पर एचआई (हाय) भेजकर पर्यटक केरल में पर्यटन की जानकारी ले सकते हैं। गौरतलब है कि पर्यटन के जरिए केरल हर साल 30 हजार करोड़ से ज्यादा की कमाई करता है। इसमें 40%यानी करीब 12 हजार करोड़ की आमदानी केवल मानसून सीजन में होने वाले पर्यटन से होती है। केरल में बड़ी तादाद में विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं।
यह भी पढ़ें : आइये जानते है कितने क्षेत्र में फैला और कितने प्रकार के प्रजाति है हमारे प्यारे कानन पेंडारी चिड़िया घर बिलासपुर में…
चित्रकोट, मैनपाट, सतरेंगा, बारनवापारा, बस्तर का चयन
बारिश में भी सैलानियों के लिए विशेष पैकेज
मानसून टूरिज्म: लग्जरी, एथनिक, बोट क्लब रिसार्ट
छत्तीसगढ़ के प्राकृतिक नजारों का मजा ले सकेंगे
क्या है मानसून टूरिज्म
नवंबर से जनवरी तक पर्यटन के लिए पीक सीजन रहता है। अब मानसून टूरिज्म का भी क्रेज बढ़ा है। बारिश में ऐसे राज्य,जहां आपदाएं नहीं आती है, पर्यटक वहीं जाते हैं। सुविधाएं भी रियायत दरों में मिलती हैं। छत्तीसगढ़ में भी ऐसे ही जगह चुनी गई है।
मानसून में हम देश-विदेश के पर्यटकों का स्वागत छत्तीसगढ़ के कुदरती नजारे, यहां की संस्कृति और खानपान से करेंगे। इसके लिए फूड फेस्टिवल, लोक कला से जुड़े कार्यक्रम आयोजित होंगे।
-अटल श्रीवास्तव, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड
Source: Dainik Bhaskar