छत्तीसगढ़ के एक सरकारी स्कूल में छात्राओं से सरकारी साइकिल के वितरण के लिए प्रिंसीपल ने मांगे पैसे, पैसे जमा नहीं करने वाली छात्राओं को साइकिल वितरण नही किए जाने की भी कही बात..!

 

सरस्वती साइकिल योजना छत्तीसगढ़ : लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु छत्तीसगढ़ राज्य सरकार की सरस्वती साइकिल योजना में स्कूल प्रशासन ही पलीता लगाने में लगा हुआ है। जिस योजना के तहत नि:शुल्क साइकिल का वितरण किया जाता है, उसके लिए स्कूल प्रबंधन के द्वारा छात्राओं से 100-100 रुपए वसूल किए जा रहे है। बाकायदा स्कूल के व्हॉट्सऐप ग्रुप में मैसेज कर रुपए जमा करने की चेतावनी भी दी गई है। हालांकि मैसेज वायरल होने के बाद से अब स्कूल प्रबंधन रुपए वापस भी लौटा रहा है।


अभी जुड़े हमारे whatsapp ग्रुप से

यह भी पढ़ें : बिलासपुर की महिला डॉक्टर की न्यूड फोटो को वायरल करने की धमकी देकर आरोपी ने 50 लाख रुपयों का किया मांग, पैसे नहीं देने पर महिला की सास को न्यूड फोटो व्हाट्सएप के जरिए भेजने की भी दी धमकी..!



दरअसल, यह सारा मामला करप हाईस्कूल का बताए जा रहे है। यहां हितग्राही छात्राओं को योजना के द्वारा नि:शुल्क साइकिल का वितरण किया जाना था। इसके लिए स्कूल की 9वीं क्लास की छात्राओं हेतु बने व्हॉट्सऐप ग्रुप में प्रिसिंपल दुर्गा नेताम के द्वारा 22 मार्च को दोपहर करीब 1.11 मिनट पर मैसेज किया गया है। इसमें साफ साफ यह कहा गया कि सभी छात्राएं 100-100 रुपए साइकिल के लिए जमा करे। सबका पैसा जमा होने पर ही सकूल में साइकिल का वितरण किया जाएगा।


यह भी पढ़े : महामाया देवी मंदिर रतनपुर।

इसके बाद कई छात्राओं के द्वारा रकम स्कूल में जमा भी कर दी गई, पर मैसेज छात्राओं के व्हॉट्ऐप ग्रुप से बाहर आया तो हंगामा भी शुरू हो गया। बात बिगड़ती देख प्रिसिंपल के द्वारा आनन-फानन में रुपए बिना कुछ कहे लौटाना शुरू कर दिया गया। हालांकि तब तक काफी देर हो चुकी थी। व्हॉट्सऐप पर मौजूद मैसेज को डिलीट करना भी संभव नहीं था। जिसके चलते लोगों के द्वारा स्क्रीन शॉट लेकर प्रिसिंपल के वसूली कार्यक्रम को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। हालांकि छात्राओं को स्कूल तक मुफ्त में ही साइकिल दी जानी है, लेकिन वाहन वाले के नाम से वसूली किया जा रहा है।

Source -dainikbhaskar

यह भी पढ़ें : रामटेकरी मंदिर रतनपुर।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *