रायपुर छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में आज तक के इतिहास में पहली बार बीते सोमवार को मुख्यमंत्री के जन्मदिवस के अवसर पर नावों की रेस का आयोजन कराया गया। इस नौका रेस का आयोजन खारून नदी के महादेव घाट तट पर कराया गया । सामान्य दिनों में लोगों को नावों की सैर कराने वाले नाविक खुद ही सोमवार को रेसर बन चुके थे एवम् एक-दूसरे से मुकाबला करते नजर आ रहे थे। साथ ही यह अवसर राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जन्मदिन मानने का था । जिसमें नाविकों का दम एवम् उत्साह देख CM Baghel भी हैरान हो गए।
मुख्यमंत्री ने दिखाई हरी झंडी : प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जैसी ही हरी झंडी दिखाई नाविकों की रेस प्रारम्भ हो गई। लक्ष्य झूले से दुर्ग की तरफ जाने वाले ब्रिज को छूकर फिर वापस अपने प्रारंभिक स्थान पर आने का था जिसे नाविकों द्वारा पूरा भी किया गया। इस उत्सव का आयोजन संसदीय सचिव एवं क्क्षेत्र के विधायक ” विकास उपाध्याय ” के द्वारा किया गया । जिनके द्वारा बताया गया की इस तरह से नावों की रेस का आयोजन छत्तीसगढ़ राज्य में अब तक के इतिहास में पहली बार किया गया । इस आयोजन को लेकर नाविक लगभग 10-15 दिनों पहले से ही रेस की तैयारी में जुट गए थे।
रेस देखने उमड़ा जनसैलाब : रायपुर के खारुन नदी के महादेव घाट के तट पर आयोजित इस अनोखी रेस को देखने के लिए यहां के आसपास के इलाकों के भारी लोग पहुंचे हुए थे क्योंकि यहां भूपेश बघेल भी मौजूद थे इसलिए लोगो की भीड़ और अधिक उमड़ी। जिससे मुख्यमंत्री बघेल के साथ ही साथ कांग्रेस पार्टी के बड़े बड़े नेताओं का भी बड़ा दल इस मौके पर मौजूद हुआ। अपने जन्मदिन के इस अवसर पर मुख्यमंत्री बघेल शहर के कई अलग-अलग क्षेत्रों में कई कार्यक्रमों में पहुंचे एवम हिस्सा बने , अतः यह नव रेस का आयोजन भी इनमे से ही एक था।
पुलिस द्वारा कलाकारों को रोका गया : इस कार्यक्रम को और अधिक सुखमय बनाने के लिए गीतों की प्रस्तुति करने हेतु गीत गायक, भजन एवम् कांग्रेस के नेता दिलीप सारंगी भी मौके पर उपस्थित रहे। लेकिन इनके साथ आई म्यूजिशियन की टीम को भी पुलिस द्वार रोका गया । मंच से यह बात को लगातार बोला जा रहा था कि कलाकारों को समारोह में प्रवेश होने दो एवम उन्हे अंदर आने दो, परन्तु सुरक्षा के चलते पुलिस ने लंबे समय तक उनको रोके ही रखा। लगभग आधे घंटे के बाद ही उनको अंदर आने के लिए एंट्री दी गई जिससे कलाकार अंद आ पाए।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बोले- “कश्मीर की तरह प्रतीत हों रहा है महादेव घाट का तट ” जब कार्यक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी पहुंचे तो सजे धजे नाव को देखकर खुश हो गए और कहने लगे कि नावों को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है मानो यह महादेव घाट नहीं बल्की कश्मीर के डल झील का नजारा हो।